हिंदी शायरियों और कविताओं का संगम ! स्वरचित कविताएँ !
लम्हों की खुली किताब हैं ज़िन्दगी …. ख्यालों और सांसों का हिसाब हैं ज़िन्दगी … . कुछ ज़रूरतें पूरी ,कुछ ख्वाहिशें अधूरी … .. इन्ही सवालों केजवाब हैं ज़िन्दगी
#आदित्य प्रताप सिंह।।।
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